गुरुवार, 2 मार्च 2017

बीरबल की चतुराई

बादशाह अकबर हमेशा बीरबल की बुद्धिमत्ता से बहुत ही प्रसन्न रहते थे| यह सब देखते हुए दरबार के दुसरे लोग बीरबल से बहुत ज्यादा इर्ष्या करते थे| दरबार में कई दुसरे दरबारी प्रधान सेवक बनना चाहते थे जबकि इस पद पर बीरबल काम करते थे| एक दिन अकबर ने बीरबल की भरे दरबार में बहुत प्रशंसा की| बीरबल की ऐसी प्रसंशा देखकर एक दरबारी को बहुत गुस्सा आ गया और उसने बादशाह अकबर से कहा "जहाँपनाह अगर आप इज़ाज़त दें तो मैं बीरबल से 3 सवाल पूछना चाहता हूँ| अगर बीरबल ने मेरे तीनों सवालों का सही उत्तर दे दिया तभी आप बीरबल की प्रशंसा कीजिये|” बादशाह तुरन्त राज़ी हो गए क्यूंकि बादशाह हमेशा ही बीरबल की परीक्षा लेने के लिये उत्सुक रहते थे| बादशाह अकबर से इजाज़त लेकर दरबारी ने बीरबल से अपने तीनों सवाल पूछे : 1- आसमान में कितने सितारे हैं? 2- पृथ्वी का केन्द्र कहाँ पर है? 3- दुनिया में कितने पुरुष और कितनी स्त्रियाँ हैं? और बीरबल के सामने एक शर्त रख दी की अगर बीरबल इन तीनों सवालों का सही जवाब नहीं दे पाए तो बीरबल प्रधान सेवक के पद से इस्तीफा देंगे| बीरबल ने हामी भर दी और पहले सवाल का जवाब देने के लिये तुरन्त ही दरबार में एक भेड़ ले आया और दरबारी से कहा “जितने इस भेड़ के शरीर में बाल हैं, आसमान में उतने ही सितारे हैं| अगर आपको यकीन ना हो तो आप इसके बालों को गिनकर फिर आसमान के सितारों को गिनकर अपनी तसल्ली कर सकते हैं|” दुसरे सवाल का उत्तर देने के लिये बीरबल ने ज़मीन पर कुछ लाइन खिंची और उनके बीच में एक रॉड ज़मीन में गाड़ दी और दरबारी से कहा “यह पृथ्वी का केन्द्र है| अगर आपको विश्वास ना हो तो आप किसी भी जानकार व्यक्ति से जांच पड़ताल करवा सकते हैं|” और तीसरे सवाल का जवाब था “दुनिया में स्त्री को पुरुष के संख्या गिनना थोडा मुश्किल का काम है क्यूंकि यहाँ बहुत से मेरे दरबारी मित्र ऐसे भी हैं जिनकी गिनती ना तो पुरुषों में और ना ही स्त्रियों में की जा सकती है|” बीरबर द्वारा ऐसे जवाब सुनकर दरबार में बैठे सारे लोग चुप हो गये और बादशाह अकबर बीरबल की चतुराई से बहुत प्रभावित हुए|

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